Tuesday, June 6, 2023

भारत और इंग्लैंड की बार काउंसिल ने अधिवक्ताओं और कानून के छात्रों के लिए परस्पर ज्ञानबर्द्धन हेतु एक समझौते पर हस्ताक्षर किये

बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने वकीलों और कानून के छात्रों के लिए एक दूसरे के अधिकार क्षेत्र में प्रशिक्षण और सीखने का अवसर आदान-प्रदान करने के लिए एक विनिमय कार्यक्रम स्थापित करने के लिए इंग्लैंड और वेल्स की बार काउंसिल और इंग्लैंड और वेल्स की लॉ सोसाइटी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

एमओयू बार काउंसिल ऑफ इंडिया को कुछ युवा वकीलों को लॉ सोसाइटी और बार काउंसिल ऑफ इंग्लैंड एंड वेल्स को अंतरराष्ट्रीय लॉ फर्मों, अच्छे लॉ ऑफिस और अंग्रेजी कानून न्यायालयों में प्रशिक्षण और सीखने के अवसर प्रदान करने के लिए अधिकृत करता है।

हालांकि एमओयू के मुताबिक बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा अनुशंसित वकील ब्रिटेन में प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे।

लक्ष्य केवल दोनों अधिकार क्षेत्रों में सीखने और अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है। इसी तरह, बीसीआई द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यूके बार निकायों में इंटर्नशिप के लिए चयनित कानून छात्रों की सिफारिश की जाएगी।

समझौता ज्ञापन अंग्रेजी और वेल्श सॉलिसिटरों और बैरिस्टरों के लिए प्रशिक्षण के अवसरों के विस्तार के लिए भी प्रदान करता है। समझौता ज्ञापन की शर्तों के तहत, ऐसे प्रशिक्षु सॉलिसिटरों और बैरिस्टरों को भारत में किसी भी क्षमता में अभ्यास करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और 90-दिवसीय कार्यक्रम केवल प्रशिक्षण और सीखने तक ही सीमित रहेगा।

बीसीआई के अध्यक्ष मनन मिश्रा के अनुसार, यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों की कानूनी बिरादरी के बीच कानूनी कौशल कौशल, प्रशिक्षण और विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में मदद करेगा और भारतीय वकीलों को लाभ होगा।

वे अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता में विशेषज्ञता हासिल करेंगे और प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कानून फर्मों के कार्यालयों के साथ-साथ प्रसिद्ध सॉलिसिटर और बैरिस्टर के कार्यालयों का दौरा करने का अवसर प्राप्त करेंगे।

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