Wednesday, June 15, 2022

इलाज में लापरवाही करना अस्पताल और डॉक्टर को पड़ा भारी


संभल निवासी मोहम्मद आसिफ सिद्धकी पेशे से मजदूर हैं और वह छत की सीढ़ियों से उतरते समय गिर गए थे जिससे उनके बाएं हाथ पर चोट आई जिसको दिखाने के लिए उन्होंने प्राथमिक उपचार संभल में कराया प्राथमिक उपचार कराने के बाद वह मुरादाबाद स्थित मेडिसिटी हॉस्पिटल में डॉक्टर नजमुल हुदा को दिखाने चले गए जनता डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन कर इलाज में वर्ती गई लापरवाही से  हाथ की नस को डैमेज कर दिया गया जिससे उनके हाथ ने कार्य करना बंद कर दिया जिसकी शिकायत उन्होंने डाक्टर अस्पताल से की परंतु उन्होंने कोई भी सुनवाई नहीं की जिसके लिए उन्होंने अपने अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय के माध्यम से एक परिवाद जिला उपभोक्ता आयोग जनपद संभल स्तिथ बहजोई में आयोजित किया जहां आयोग ने विपक्षीगण को तलब किया तलब करने के बाद दोनों पक्षकारों को सुना परिवादी के अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय का कहना था कि अस्पताल  के डॉक्टर नजमुल हुदा ने मरीज के हाथ का ऑपरेशन  करने में लापरवाही वरती है जिस कारण उसका हाथ आज भी कार्य नहीं कर रहा है इसके संबंध में विभिन्न अस्पतालों की रिपोर्ट दाखिल की है तथा नसों के संबंध में की गई जांच रिपोर्ट में भी डॉक्टर की लापरवाही सिद्ध होती है विपक्षी ने इसका विरोध किया और उन्होंने बताया कि जब मरीज हमारे यहां आया था तो उसके हाथ में काफी तकलीफ थी उसका हाथ में लगा प्लास्टर काफी टाईट था जिस कारण से उसके हाथों की नसें डैमेज हो गई हैं। जिसका विरोध परिवादी के अधिवक्ता ने  किया और कहा कि हाथ की नसों का डैमेज होना डॉक्टर की लापरवाही है क्योंकि ऑपरेशन में उसकी नसों को काट दिया गया था जिस कारण आज भी उसकी हाथों की नसें कार्य नहीं कर रही हैं।
आयोग के अध्यक्ष राम अचल यादव व सदस्य आशुतोष ने अपना निर्णय सुनाते हुए मुरादाबाद मेडिसिटी हॉस्पिटल व उसके डॉक्टर नजमुल हुदा को आदेशित किया कि वह परिवादी को मुबलिग 3,54,000/-   (तीन लाख चउवन हजार रुपये) क्षतिपूर्ति की धनराशि 2 माह में अदा करें इसके अलावा विपक्षी गण परिवादी को मौलिकता सजा रुपए बाद में कीमत में अदा करेंगे नियत तिथि के अंदर क्षतिपूर्ति की धनराशि अदा किए जाने की स्थिति में उस पर परिवाद योजित करने की तिथि से 6% वार्षिक ब्याज की दर भी देय होगा ।

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