Tuesday, September 26, 2023

सबूतों में खामियां होने पर भी ट्रायल कोर्ट और हाईकोर्ट द्वारा मृत्युदंड दिए जाने के निर्णय पर सुप्रीम कोर्ट हैरान, दोषियों को बरी किया

सुप्रीम कोर्ट ने सबूतों और अभियोजन पक्ष में कमजोरियां देखने के बाद हाल ही में किशोर की हत्या और अपहरण के मामले में तीन लोगों को बरी कर दिया। ट्रायल कोर्ट ने दो आरोपियों को मौत की सजा सुनाई थी, जिसे हाई कोर्ट ने बरकरार रखा था। मामले में दोषी तीसरे आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।

सभी आरोपियों की दोषसिद्धि और सजा को रद्द करते हुए सुप्रीम कोर्ट यह देखकर हैरान रह गया कि ट्रायल कोर्ट और हाईकोर्ट ने आरोपियों को दोषी पाया और अभियोजन पक्ष के मामले में "असंख्य कमजोरियों और खामियां के बावजूद" उनमें से दो को मौत की सजा देने की हद तक चले गए।"

केस टाइटल: राजेश और अन्य बनाम मध्य प्रदेश राज्य, आपराधिक अपील नंबर 793-794/2022

No comments:

Post a Comment

बच्चों को वर्चुअल दुनिया से दूर रखें - प्रभाष चंद्र चौधरी

भारत विकास परिषद का बाल संस्कार शिविर सम्पन्न संवाद चंदौसी भारत विकास परिषद नव उदय शाखा चंदौसी द्वारा पांचदिवसीय बाल संस्कार शाल...